उत्तर प्रदेश के बहराइच मे बच्चों की गुड़िया से पकड़ा जाएगा आदमखोर।
आदमखोर भेड़िया पकड़ने के लिए आदमखोर भेड़ियो से बचने के लिए क्या-क्या नहीं किया जा रहा सोचिए उस मां-बाप पर क्या बीती होगी जिसका बच्चा भेड़िया उठा कर ले जाता है और सुबह खेत में बच्चों की ऐसी लाश मिलती है कि आपको दिखा नहीं सकते ऐसे खाया हुआ रहता है बच्चा लेकिन इतने दिनों के बाद भी भेड़ियों का आतंक खत्म होने की जगह पर उसकी दहशत फैलती जा रही और बात सिर्फ इतनी नहीं है कि आदमखोर भेड़ियों से बचाना है
उत्तर प्रदेश के बहराइच मे बच्चों की गुड़िया से पकड़ा जाएगा आदमखोर।
अब तो भेड़ियों के साथ भाग तेंदुए भी आगे खूंखार जानवरों का आतंक सिर्फ एक इलाके तक सीमित नहीं रह गया अब इसकी दहशत का दायरा भी बढ़ता चला जा रहा है भेड़िए का आतंक इसलिए बढ़ता जा रहा है क्योंकि पिछले हफ्ते यह खबर आई थी कि यूपी के बहराइच में चार वीडियो को पकड़ा जा चुका है अब तो सिर्फ दो ही भेड़िए बच्चे हैं खबर सुनकर लगा की मंडियों को लेकर लोगों के अंदर दहशत कम हो जाएगी थोड़ा बहुत ऐसा हुआ भी लेकिन यह सब कुछ दिनों के लिए था क्योंकि जो दो भेड़िया अब तक पकड़ में नहीं आए हैं।
उत्तर प्रदेश के बहराइच मे बच्चों की गुड़िया से पकड़ा जाएगा आदमखोर।
उन्होंने फिर से घाट लगे अपने साथियों के पकड़े जाने से यह बच्चे हुए भेड़िए और खूंखार हो गए इनको गुस्सा आ रहा है कि मेरे साथी पकड़े गए कई दिनों बाद इन वीडियो ने नया अटैक कर दिया तो पब्लिक सोच रही थी कि 4 पकड़ में आगे अब यह क्या अटैक कर पाएंगे।
दो बच्चे इन्होंने फिर अटैक कर दिया नया शिकार बना लिया और यह शिकार भी बनाया है एक छोटी सी बच्ची को भेड़िए ने नए अटैक में 3 साल की एक बच्ची को शिकार बनाएं यह बच्चे अपनी मां के बगल में सो रही लेकिन रात के अंधेरे में अचानक भेड़िया आए और बच्ची पर झपट्टा मार कर उसे उठाकर लेकर जब तक मां चीखती तब तक तो भेड़िया लेकर चला गया।
अब गुड़िया पकड़ेगी आदमखोर भेड़िया।
भेड़िया को पकड़ने के लिए वन विभाग में पिंजरे में रंग-बिरंगे कपड़ों वाली गुड़िया को रखने का प्लान तैयार किया है इस गुड़िया को दिखावटी चारे के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है गुड़िया को बच्चों के यूरिन से गिला करके रखा जा रहा है ताकि इसे बच्चों जैसी गन्ध आए और शिकार के लालच में भेड़िए पिंजरे में फस जाए तो जैसे पुराने जमाने में जानवर को पकड़ना है तो वहां बकरी रख दी कुछ चारा रख दिया उसे तरह से तो अब यह तो आ रहा है बच्चों को खाने के लिए तो बच्चों के जगह पर वहां पर गुड़िया रख दी डॉल रख दी और उसे पर बच्चों का यूरिन पेशाब वगैरह डाल दिया ताकि इसमें बच्चा है और लगाया गया है जहां भेड़िए की बार-बार लोकेशन मिल रही जैसे नदी के किनारे या वीडियो के आराम करने वाले ठिकानों पर इस तरह के पिंजरे लगाए जा रहे हैं दरअसल आदमखोर भेड़िए बेहद सातिर शिकारी होते हैं जो रात में शिकार करने के बाद नदी के किनारे आराम करने या अपने ठिकाने में लौट जाते हैं ।
आदमखोर भेड़िया को देखते ही गोली मारने का आदेश।
और अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इन भेड़ियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए वन विभाग का कहना है कि यह भेड़िए बहराइच के जी वन क्षेत्र में रहते थे वहां बाढ़ के कारण इस समय पानी भरा हुआ है और इसी वजह से भेड़िए बहुत खूंखार हो गए और वह अपने इलाके को बदलने के लिए मजबूर है वहां से भगाने के लिए मजबूर है और इसी मजबूरी में वह इंसानों को अपने लिए खतरा मानकर उन पर हमला कर रहे तो देखिए इसमें दिलचस्प बात यह है कि पहले इंसान ने जानवरों के इलाकों पर कब्जा कर लिया और अब यह जानवर वापस इंसानों के इलाके पर कब्जा कर रहे इसके अलावा यह भेड़िए शिकार न मिलने के कारण भूखे भी हो सकते हैं जिसकी वजह से वह 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं।
और कल भी बहराइच में एक बच्चे पर भेड़िए ने ऐसे ही हमला किया है भेड़ियों से बचने के लिए अलग-अलग गांव में हनुमान चालीसा का पाठ करना भी शुरू हो गया है लोगों में ऐसा अंधविश्वास है की भेड़ियों के हमले के पीछे कोई शैतानी ताकत भी हो सकती है जिसके कारण वह छोटे-छोटे बच्चों की हत्या कर रहे हैं जबकि वन विभाग में ऐसे सभी दाओ को गलत बताया है और कहा है कि आदमखोर बने भेड़ियों के पीछे कोई शैतानी ताकत नहीं बल्कि इसके पीछे बहराइच के वन क्षेत्र में आई बाढ़ है जंगलों में बाढ़ आ गई है भेड़िया वहां रह नहीं सकते इसलिए वह इंसान की बस्तियों की तरफ भाग रहे है।
खूंखार भेड़ियों ने अब तक कितने बच्चो की जान ली हैं।
खूंखार भेड़ियों ने अब तक 10 बच्चो की जान ली हैं।