Khan Sir, Student , Bihar BPSC Exam 2024
Khan Sir, Student , Bihar BPSC Exam 2024
Khan Sir Student Bihar BPSC Exam 2024पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा को लेकर हाल ही में पटना में छात्रों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। बीपीएससी परीक्षा के नियमों और तिथियों में बदलाव को लेकर छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है। कई छात्र इस मुद्दे पर धरने पर बैठ गए हैं, और इस विरोध में प्रमुख रूप से बिहार के प्रसिद्ध शिक्षक खान सर ने भी समर्थन दिया है।
Khan Sir, Student , Bihar BPSC Exam 2024
बीपीएससी परीक्षा को लेकर छात्रों की समस्याएँ
Khan Sir, Student , Bihar BPSC Exam 2024
छात्रों का कहना है कि बीपीएससी द्वारा परीक्षा की तिथियों में बार-बार बदलाव किया जा रहा है, जिससे उनकी तैयारी में गहरी समस्या आ रही है। पहले से तय तिथियों में अचानक बदलाव और नई शर्तों को लेकर छात्रों में असंतोष है। कई छात्रों का कहना है कि उन्होंने महीनों तक परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की थी, लेकिन अचानक से तिथियों में बदलाव ने उनकी तैयारी को बर्बाद कर दिया।
इसके अलावा, कुछ छात्रों का आरोप है कि बीपीएससी परीक्षा का पैटर्न भी असमान है। कई बार प्रश्नपत्रों में बदलाव और उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में देरी ने छात्रों को मानसिक तनाव में डाल दिया है। छात्रों का कहना है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है, और उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है।
धरने का मुख्य उद्देश्य
पटना के विभिन्न इलाकों में छात्रों ने बीपीएससी परीक्षा के सामान्यीकरण की मांग को लेकर धरना शुरू किया है। उनका कहना है कि यदि आयोग और सरकार उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करती, तो वे अपना विरोध जारी रखेंगे। छात्रों का आरोप है कि बीपीएससी द्वारा किए गए बदलावों ने उनकी तैयारी को प्रभावित किया है और उनके लिए यह परीक्षा करना मुश्किल हो गया है।
छात्रों का कहना है कि सरकार और बीपीएससी को उनके साथ मिलकर समाधान तलाशना चाहिए, ताकि उनकी मेहनत और समय का सही इस्तेमाल हो सके।
खान सर का समर्थन
पटना में हुए इस आंदोलन में खान सर का भी समर्थन सामने आया। खान सर, जो अपनी कोचिंग क्लासेस “खान सर की क्लासेस” के लिए मशहूर हैं, ने इस आंदोलन को समर्थन दिया और कहा कि यह सही है कि छात्र अपनी समस्याओं को लेकर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों का यह हक है कि वे अपनी मेहनत और समय की बर्बादी के खिलाफ आवाज उठाएं।
खान सर ने यह भी कहा कि बीपीएससी को अपनी परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना चाहिए, ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे अपनी मांगों को सही तरीके से उठाएं और सरकार तक अपनी बात पहुंचाएं।
धरने में छात्रों की स्थिति
धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि उन्हें अपनी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। उन्होंने महीनों तक कड़ी मेहनत की थी, लेकिन अचानक से परीक्षा की तिथियों और पैटर्न में बदलाव ने उनकी योजना को प्रभावित कर दिया। छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करती, वे अपना विरोध जारी रखेंगे।
कई छात्रों ने यह भी कहा कि यह आंदोलन सिर्फ अपनी समस्याओं के समाधान के लिए नहीं, बल्कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए है। उनका मानना है कि अगर बीपीएससी और राज्य सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेंगी, तो आने वाले समय में और भी समस्याएं पैदा होंगी।
बीपीएससी और राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
बीपीएससी और राज्य सरकार ने छात्रों के विरोध पर प्रतिक्रिया दी और यह आश्वासन दिया कि वे इस मामले को गंभीरता से लेंगे। बीपीएससी के एक अधिकारी ने कहा कि छात्र आंदोलन के कारण उनके मुद्दों पर विचार किया जाएगा और जल्द ही इसका समाधान निकाला जाएगा।
हालांकि, छात्रों का कहना है कि यह सिर्फ एक औपचारिक बयान है और जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते, उनका विरोध जारी रहेगा। छात्रों ने कहा कि बीपीएससी को स्पष्ट रूप से अपने निर्णयों को छात्रों से साझा करना चाहिए और उनके साथ संवाद करना चाहिए।
आंदोलन का असर और भविष्य
पटना में चल रहा यह आंदोलन केवल बिहार में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। छात्रों का यह विरोध न केवल बीपीएससी की परीक्षा प्रक्रिया को लेकर है, बल्कि यह बिहार में शिक्षा व्यवस्था के सुधार की भी मांग कर रहा है।
खान सर की हालत
इस आंदोलन में छात्रों का सहयोग करने आये खान सर की हालत भहुत ख़राब हो गई और खान सर को अस्पताल में भर्ती कराया गया |
इस आंदोलन ने यह साबित कर दिया कि जब छात्र एकजुट होते हैं, तो उनकी आवाज को अनदेखा नहीं किया जा सकता। अब यह देखना बाकी है कि बीपीएससी और राज्य सरकार इस आंदोलन से कितना प्रभावित होती हैं और छात्रों की समस्याओं का समाधान कैसे करती हैं।
आने वाले दिनों में यह भी देखा जाएगा कि क्या बीपीएससी परीक्षा की प्रक्रिया में सुधार होता है या फिर यह आंदोलन और तेज हो जाएगा। छात्रों ने अपनी समस्या का हल निकालने के लिए सड़कों पर उतरकर सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की है।